विटामिन्स (Vitamins): प्रमुख 21 तथ्य
1.
विटामिन की खोज फंक ने वर्ष 1911 में की थी।
2. विटामिन ऊर्जा प्रदान
नहीं करते हैं, परंतु शरीर की विभिन्न
उपापचय क्रियाओं में आवश्यक होते हैं।
3. ये विभिन्न रोगों से
शरीर की रक्षा करते हैं।
4. विटामिन के प्रमुख
स्त्रोत हरी पत्तेदार सब्जी, फल, अंकुरित बीज आदि होते हैं।
5. विटामिन को घुलनशीलता के आधार पर दो भागों में बांटा जा सकता है-
जल में घुलनशील विटामिन और वसा में घुलनशील विटामिन।
6.
जल में घुलनशील विटामिन के उदाहरण विटामिन बी,
सी और पी हैं।
7.
वसा में घुलनशील विटामिन के उदाहरण विटामिन ए,
डी, ई और के हैं।
8.
विटामिन 'A' का रासायनिक नाम “रेटिनाल” है।
·
इसकी कमी से रतौंधी एवं जीरोफ़्थेल्मिया रोग होता है।
·
इस रोग में कम प्रकाश में स्पष्ट नहीं दिखाई देता है।
·
इसके प्रमुख स्त्रोत मछली के यकृत का तेल,
यकृत, गुर्दा, अंडा, हरी सब्जियाँ,
गाजर, दूध, फल आदि होते हैं।
9.
विटामिन 'B1'
का रासायनिक नाम “थायमिन” है।
·
इसकी कमी से बेरी-बेरी रोग
होता है।
·
इस विटामिन की कमी से हाथ और पैरों में लकवा,
वृद्धि का रूकना, वज़न और भूख का कम होना, थकान और पेट संबंधी रोग देखे जाते हैं।
10. विटामिन 'B2'
का रासायनिक नाम
“राइबोफ्लेबिन” है।
·
इसकी कमी से डर्मेटोसिस रोग देखा जाता है।
·
इसकी कमी के प्रमुख लक्षण त्वचा एवं जीभ का फटना एवं आँख का लाल
होना है।
11. विटामिन 'B3' का रासायनिक नाम “निकोटिनेमाइड (नियासिन) है।
·
इसकी कमी से पैरों में जलन, पेशियों
में लकवा, बाल सफेद होना आदि लक्षण देखे जाते हैं। (विशेष स्त्रोत-टमाटर)।
12. विटामिन 'B5' का रासायनिक नाम “पैण्टोथेनिक अम्ल” है।
·
इसकी कमी से पैलेग्रा रोग
(त्वचा दाद) या 4D सिंड्रोम होता है।
·
इसकी कमी से त्वचा का सूखना,
मस्तिष्क व पाचन तंत्र का ठीक से कार्य न करना आदि लक्षण देखे जाते हैं।
·
पैलेग्रा रोग मक्के का अधिक आहार लेने वाले व्यक्तियों में पाया
जाता है, क्योंकि यह विटामिन के अवशोषण में बाधा डालता है।
13. विटामिन 'B6' का रासायनिक नाम “पाइरीडाक्सिन” है।
·
इसकी कमी से एनीमिया व त्वचा
रोग देखे जाते हैं।
·
इसकी कमी से रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी,
शरीर का भार कम होना आदि लक्षण देखे जाते हैं।
14. विटामिन 'H / B7' का रासायनिक नाम “बायोटिन” है।
·
इसकी कमी से बालों का
गिरना, चर्म रोग, लकवा तथा शरीर में दर्द आदि लक्षण देखे
जाते हैं।
15. विटामिन 'B11'
का रासायनिक नाम “फोलिक अम्ल” है।
·
इसकी कमी से एनीमिया व पेचिश
रोग होता है।
16. विटामिन 'B12'
का रासायनिक नाम “सायनोकोबालमिन” है।
·
इसकी कमी से एनीमिया व पाण्डू
रोग होता है। इसमें कोबाल्ट पाया जाता है।
17. समस्त प्रकार के विटामिन
“B’” के सामान्य स्त्रोत बीज वाले अन्न,
सोयाबीन, मूँगफली, अंकुरित अनाज,
यकृत, दूध, मांस, अंडा, खमीर, कलेजी, हरी सब्जियाँ, मुर्गा आदि होते हैं।
18. विटामिन 'C' का रासायनिक नाम “एस्कार्बिक एसिड” है।
·
इसकी कमी से स्कर्वी रोग होता
है।
· इसकी कमी से मसूड़ों का फूलना, घाव भरने में देरी होना,
अस्थियाँ कमजोर होना आदि लक्षण देखे जाते हैं।
· इसके प्रमुख स्त्रोत आँवला, नींबू, संतरा, नारंगी, टमाटर, हरी मिर्च,
खट्टे पदार्थ आदि होते हैं।
19. विटामिन 'D' का रासायनिक नाम “कैल्सिफेराल” है।
· इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स (सूखा रोग)
एवं वयस्कों में
आस्टियोमलेशिया रोग
होते हैं।
·
इसकी कमी से हड्डियाँ कमज़ोर होना,
रीढ़ की हड्डी का झुकना, दाँतों के रोग और सड़न आदि लक्षण देखे जाते हैं।
· इसके प्रमुख स्त्रोत सूर्य का प्रकाश, दूध,
मछ्ली के यकृत का तेल आदि होते हैं।
· विटामिन D का संश्लेषण सूर्य के प्रकाश में उपस्थित
पराबैंगनी किरणों द्वारा त्वचा के अर्गोस्टीरोल द्वारा होता है।
20. विटामिन 'E'
का रासायनिक नाम “टोकोफेराल” है।
·
इसकी कमी से नपुंसकता रोग देखा जाता है।
·
इसमें प्रजनन शक्ति का कम या नष्ट होना देखा जाता है।
·
इसके प्रमुख स्त्रोत अंकुरित बीज,
हरी सब्जी, मक्खन, दूध, मांस, वनस्पति तेल आदि है।
·
विटामिन D का संश्लेषण सूर्य के प्रकाश में उपस्थित
पराबैंगनी किरणों द्वारा त्वचा के अर्गोस्टीरोल द्वारा होता है।
21. विटामिन 'K' का रासायनिक नाम “फिलोक्वीनोन” है।
·
इसकी कमी से रक्त का थक्का
नहीं बन पाता है।
·
इसके प्रमुख स्त्रोत टमाटर, हरी सब्जियाँ, दूध,
सोयाबीन तेल आदि होते हैं।
·
विटामिन K का संश्लेषण हमारी आंत में जीवाणुओं द्वारा
भी होता है।
ये भी देखें-
This comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDelete